बीमा के क्षेत्र में अब चैलेंजिंग दौर से गुजर रहे हैं आप लोग - स0शा0प्र0, विक्रय विभाग

आने वाले दिनों में आनंदा ऐप के माध्यम से ही सभी पॉलिसी धारकों का लोन, सरेंडर इत्यादि सभी कार्यों का भी ऑनलाइन निपटारा होगा. नये पॉलिसी धारकों का पॉलिसी बॉन्ड भी ऑनलाइन ही ई0मेल आई0डी0 पर चला जाएगा.

बीमा के क्षेत्र में अब चैलेंजिंग दौर से गुजर रहे हैं आप लोग - स0शा0प्र0, विक्रय विभाग
people facing challenges in the field of insurance

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) यह कथन है. भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा कार्यालय, औरंगाबाद में कार्यरत विक्रय विभाग के सहायक शाखा प्रबंधक, रामानंद कुमार एवं औरंगाबाद कार्यालय में कार्यरत सहायक, आलोक कुमार का. शाखा कार्यालय, औरंगाबाद में कार्यरत अधिकारी व सहायक दोनों ने मुख्यालय स्थित एक होटल में जब बुधवार दिनांक - 26 जुलाई 2023 को डायरेक्ट अभिकर्ताओं के साथ मीटिंग कर रहे थे.

तब उपस्थित सभी अभिकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि वर्तमान समय मे भारतीय जीवन बीमा निगम के सभी अभिकर्ता चैलेंजिंग दौर से गुजर रहे हैं, क्योंकि वित्तीय वर्ष 2022 - 2023 में इंश्योरेंस रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी डाटा के मुताबिक भारतीय जीवन बीमा निगम में मात्र बीस हजार नये अभिकर्ताओं की ही बहाली हुई है. लेकिन अन्य बीमा कंपनियों ने बीस लाख नये अभिकर्ताओं को जोड़ा है. आप लोगों को भले ही इस बारे में पता हो या ना हो, कि मेरे इर्द-गिर्द किन - किन कंपनियों के नये अभिकर्ताओं को जोड़ा गया है. लेकिन आप यदि आई0आर0डी0ए0 द्वारा जारी डाटा को सर्च करके देखेंगे, तो सारी बातें समझ में आ जाएगी.

इसलिए आप लोगों को भी बीमा के क्षेत्र में हमेशा एक्टिव रहना होगा. पॉलिसी कराने वाले बीमा धारकों को आवश्यकता अनुसार पॉलिसी का चयन करके नियमित पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी, पेंशन प्लान पॉलिसी, एक मुश्त (सिंगल) पॉलिसी यूलिप प्लान या टर्म प्लान देना होगा. हम लोगों के भारतीय जीवन बीमा निगम कंपनी में एक से एक बेहतर प्लान भी मौजूद है. लेकिन आप लोगों को भी तो सभी प्लान के बारे में जानकारी रखनी ही होगी. तभी तो आप अपने नये पॉलिसीधारक या अपने पुराने पॉलिसी धारको को भी अच्छी तरह से प्लान के बारे में बता पायेंगे, और पॉलिसी धारक के आवश्यकता अनुसार ही पॉलिसी का चयन करके नये पॉलिसी दे पायेंगे.

इसके बाद सहायक शाखा प्रबंधक, विक्रय विभाग, रामानंद कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 24 तारीख को हमारी जोनल मैनेजर साहब के साथ भी मीटिंग हुई थी. जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि बीमा धारक का एक प्रपोजल को पूरा करने में भारतीय जीवन बीमा निगम को लगभग छः हजार रूपये का खर्चा आता है. इसलिए आने वाले दिनों में खर्चा कम करने के उद्देश्य से भारतीय जीवन बीमा निगम ने भी आनंदा ऐप के माध्यम से ही सभी नये बीमा धारकों का बीमा करने का निर्णय लिया है, और आने वाले दिनों में आनंदा ऐप के माध्यम से ही सभी पॉलिसी धारकों का लोन, सरेंडर इत्यादि सभी कार्यों का भी ऑनलाइन निपटारा होगा. नये पॉलिसी धारकों का पॉलिसी बॉन्ड भी ऑनलाइन ही ई0मेल आई0डी0 पर चला जाएगा. यानी कि पूर्ण रूपेण पेपर लेंस ही सारे कार्य संपन्न होंगे. इसलिए आप सभी अभिकर्ताओं को भी आनंदा ऐप के बारे में पूर्ण जानकारी रखनी होगी.

इसके बाद सहायक शाखा प्रबंधक, विक्रय विभाग, रामानंद कुमार ने उपस्थित अभिकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों को याद होगा, कि जब ग्रीन चैनल की शुरुआत हुई थी. तब ग्रीन चैनल का भी विरोध हुआ था. लेकिन अब वही ग्रीन चैनल ठीक हो गया. उसी प्रकार आने वाले दिनों में आनंदा ऐप के तहत ही सारे कार्य होंगे. जो काफी आसान भी हो जाएगा. आपके सारे कार्य एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से ही होंगे. यानी कि आपके सारे कार्य पॉकेट में लेकर चल रहे अपने मोबाइल से ही आनंदा ऐप के जरिए होगा.

इसके बाद सहायक शाखा प्रबंधक, विक्रय विभाग, रामानंद कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि हम लोगों का जो यूलिप प्लान टेबल नंबर - 849, 852 है. उसके बारे में भी आपको अपने पॉलिसी धारकों को बताना होगा, क्योंकि यदि आप इस प्लान के बारे में वर्तमान सर्च करके देखेंगे, तो आपको खुद पता चल जाएगा, कि इस प्लान में मात्र तीन सालों के अंदर पौने दोगुना राशि की बढ़ोतरी हुई है. इसलिए इस हिसाब से ऐसे यूलिप प्लान में भी जोड़कर आप अपने नये पॉलिसी धारकों को अच्छा रिटर्न दिला पायेंगे.

इसके बाद शाखा प्रबंधक, विक्रय विभाग, रामानंद कुमार ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि इस बार पहली बार आई0आर0डी0ए0 के चेयरमैन एक आई0ए0एस0 को बनाया गया है. जिनकी अच्छी सोच भी है. इसलिए बीमा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव भी होगा. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने भी कहा है कि किसी भी इंश्योरेंस कंपनी में बाइक, मकान, दुकान सहित सभी प्रकार के इंश्योरेंस संबंधित कार्य किए जाएंगे.

अंत में सहायक शाखा प्रबंधक, विक्रय विभाग, रामानंद कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान हम लोगों का भारतीय जी0डी0पी0 (सकल घरेलू उत्पाद) दर 3.75 है, और सन् 2047 तक यह दर बढ़कर अनुमानित दुनिया के तीसरे पायदान पर होगा. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है.