PM ने भोजपुरी भाषा का प्रयोग करते हुए जनसभा को किया संबोधित

प्रधानमंत्री के औरंगाबाद कार्यक्रम में बिहार के माननीय राज्यपाल, राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री, जीतन राम मांझी, बिहार के उप मुख्यमंत्री, विजय कुमार सिन्हा, बिहार के उप मुख्यमंत्री तथा बिहार प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष, सम्राट चौधरी, गृह राज्य मंत्री, नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री, डॉक्टर प्रेम कुमार, केंद्रीय मंत्री, पशुपति पारस, सांसद, प्रिंस राज, जहानाबाद सांसद, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, गया लोकसभा क्षेत्र के सांसद, विजय कुमार मांझी, काराकाट लोकसभा क्षेत्र के जदयू सांसद, महाबली सिंह,औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह भी रहे मौजुद.       

PM ने भोजपुरी भाषा का प्रयोग करते हुए जनसभा को किया संबोधित
PM Addressed the public in Bhojpuri

औरंगाबाद: (बिहार) 2015 के बाद लोकसभा चुनाव प्रारंभ होने से पूर्व 2024 में पहली बार औरंगाबाद पहुंचकर भारत के माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने अपने बिहारी अंदाज में एवं अधिकांश मगही, भोजपुरी भाषा का ही प्रयोग करते हुए उपस्थित जनसभा को संबोधित किया.

2015 के बाद दूसरी बार औरंगाबाद पहुंचे प्रधानमंत्री

अपने संबोधन के दौरान सर्वप्रथम प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने कहा कि इतनी तादाद में आप सभी महानुभाव आए. विश्व प्रसिद्ध देव विश्व उमगेश्वरी माता के ई पवित्र भूमि के हम नमन करईत ही. रउनी सब के प्रणाम करईत ही. भगवान भास्कर के कृपा रउआ सब पर बनल रहे. जो औरंगाबाद के धरती अनेक वादों पर जनमत रहे. बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह जैसे महापुरुषों की जन्म हुई. आज उसी औरंगाबाद की भूमि पर बिहार के विकास का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है. आज यहां पड़ी साढ़े इक्कीस हजार करोड़ रूपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ. आज इतनी तादाद में आपके चेहरों की चमक  बिहार को लूटने वाले का सपना देखने वालों के चेहरे पर हवाइयां उड़ा रही है. साथियों एन0डी0ए0 की शक्ति जुटने के बाद बिहार में परिवारवादी राजनीति मंडराने  लगी है. बिहार की एक और विडंबना है. मां-बाप से विरासत में वापसी और कुर्सी तो मिल  जाती है. मां-बाप की सरकारों में काम का एक बार फिर चीखने की हिम्मत नहीं पड़ती है. ये है परिवारवादियों पार्टियों की हालत. मैने तो सुना है कि इनके पार्टी के बड़े नेताजी इस बार बिहार में लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए तैयार ही नहीं हो रहे हैं, और मैने तो पार्लियामेंट में कहा था, कि सब भाग रहे हैं.

आपने देखा होगा. लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहते. राज्यसभा की सीटें खोज रहे हैं लोग. ये है आपकी विश्वास की ताकत. अयोध्या में रामलला  विराजमान हुए हैं, तो सबसे ज्यादा खुशी माता सीता की धरती पर ही मनाई जाएगी.  रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बिहार आनंदमय हुआ. बिहार के लोगों ने उत्सव मनाया. इसलिए रामलला को उपहार के लिए खुशी आपसे साझा करने आया हूं, और इसके साथ ही बिहार में एक बार फिर डबल इंजन की सरकार रफतार भी पकड़ ली है. ई मोदी के गारंटी हई. आज भी भोजपुर जिले में आरा बाईपास रेल लाइन की नींव रखी गई है. खासकर औरंगाबाद के लिए वाराणसी - कोलकाता एक्सप्रेस वे का भी इंतजार कर रहे हैं. इस एक्स्प्रेस वे से कुछ घंटों में कोलकाता भी पहुंच जाएंगे, और यही एन0डी0ए0 के काम करने का तरीका है.

बिहार में विकास की गंगा बहने जा रही है. मैं इसके लिए आप सभी को, बिहार वासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. साथियों आज बिहार की धरती पर मेरा आना  कई मायनों में खास है. अभी कुछ दिन पहले ही बिहार के गौरव  कर्पूरी ठाकुर जी को देश में भारत रत्न दिया. ये पूरे बिहार का सम्मान है. धन्यवाद करने के लिए आया हूं. साथियों एक दिन में इतने व्यापक स्तर पर विकास का आंदोलन इसका गवाह है. डबल इंजन की सरकार में बदलाव कितनी तेजी से होता है. आज बड़े -बड़े सड़क, हाइवे के जो काम हुए. उनसे बिहार के अनेक योजनाओं की सबसे बड़ा गया, जहानाबाद, नालंदा, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा के लोगों को आधुनिक यातायात का अभूतपूर्व अनुभव मिलेगा.

बोधगया, विष्णुपद, रांची, नालंदा, वैशाली, पावापुरी, पोखर, और जहानाबाद में नागार्जुन की गुफाओं तक का पहुंचना आसान हो जाएगा. बिहार का सभी शहर अपार संभावनाओं से जुड़ेगी. सड़क बन जाएगा तो, और बिहटा में बनने वाले नये एयरपोर्ट भी एक नये सेक्टर से जुड़ेगी. इससे बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी आसानी होगी. आप लोग का एक वो दौर था, कि बिहार के लोग अपने ही घरों से निकलने से डरते थे. एक ये दौर है. जब बिहार में पर्यटक की संभावनाएं विकसित हो रही है.

बिहार को बंदे भारत और आधुनिक भारत में आधुनिक ट्रेनें भी दी. अमृत स्टेशनों का विकास किया जा रहा है. जब पुराना दौर था. तब लोगों को नफरत की आग में झोंक दिया गया था, और एक आज का दौर है, कि हम युवाओं का स्किल डेवलपमेंट करके उनका चौतरफा विकास कर रहे हैं. बिहार में बढ़ावा देने के लिए हमने दो सौ करोड रुपए की लागत से बनने वाले एकता मॉल की नीव रखी है. ये नये बिहार की नई दिशा है. ये बिहार की साधारण सोच है. इस बात की गारंटी है, कि बिहार को हम वापस पुराने उस दौर में नहीं जाने देंगे. जब बिहार आगे बढ़ेगा. जब बिहार का गरीब आगे बढ़ेगा.

इसके बाद ठेठ बिहारी भाषा का ही प्रयोग करते हुए प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार सबसे आगे बढ़तई. जब बिहार के गरीब, दलित / महादलित का सामंजस्य बना रहे. बिहार के लगभग 09 करोड़ लाभार्थियों को पी0एम0 गरीब कल्याण योजना का लाभ मिल रहा है. बिहार में उज्ज्वला योजना के तहत लगभग एक करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है. बिहार के करीब 90 लाख किसानों को पी0एम0 किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है. किसानों के बैंक खाते में 22,000 करोड रूपये से अधिक लाभ दिए गए हैं.

05 साल पहले तक बिहार के गांव में सिर्फ दो प्रतिशत घरों तक नल से जल पहुंचता था. आज हमारे 90% से ज्यादा घरों तक नल से जल पहुंच रहा है. बिहार में 80 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड भारत है. जिससे पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज की गारंटी भी है. इसके बाद महत्वपूर्ण उत्तर कोयल नहर परियोजना के संबंध में भी प्रधानमंत्री ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि दशकों से ठप पड़ी जलाशय की उत्तर कोयल नहर परियोजना को जल्द पूरा करने के लिए हम कटिबद्ध हैं. जिससे बिहार के चार जिलों में एक लाख हेक्टेयर खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिलने लगेगा.

ज्ञात हो कि जब-जब चुनाव का वक्त आता है. तब इसी महत्वपूर्ण उत्तर कोयल नहर परियोजना को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष द्वारा बार-बार राजनीति की जाती है? कि हमने इस वक्त सरकार को पत्र लिखा था, तो हमने इस वक्त सरकार को पत्र लिखा था? ध्यातव्य हो कि अंत में प्रधानमंत्री ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि साथियों बिहार में यह मोदी की गारंटी है. तीसरी बार में हमारी सरकार इन्हीं गारंटीयों को पूरा करने और विकसित बिहार बनाने के लिए काम करने के लिए संकल्पित है. आप सभी को बहुत-बहुत बधाई. आज विकास का उत्सव है. इसलिए आप सभी अपना-अपना मोबाइल निकालकर अपने मोबाइल का लाइट जलाकर उत्सव मनाईए. भारत माता की जय.

by  अजय कुमार पाण्डेय