पूर्व विधायक की हत्या की प्लानिंग में जुटे बीजेपी नेता समेत 6 अरेस्ट

पूर्व विधायक की हत्या की प्लानिंग में जुटे बीजेपी नेता समेत 6 अरेस्ट

सरफराज सैफी:

जमीनी विवाद के चलते बुलंदशहर के कुख्यात अपराधी 25 लाख रुपये की सुपारी लेकर पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा की  हत्या करने आए थे. खैर से बीजेपी के चेयरमैन और पूर्व विधायक के बीच जमीनी विवाद चल रहा है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन बाइक व कार बरामद की हैं. एक लाख रुपए से अधिक की नकदी और हथियार भी बरामद किए हैं. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा और भारतीय जनता पार्टी खैर के मौजूदा चेयरमैन संदीप अग्रवाल का सिंचाई विभाग की एक जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. यानी दोनों लोग उस जमीन पर कब्जा करना चाह रहे थे, इसी विवाद को लेकर मौजूदा चेयरमैन ने 25 लाख रुपए में पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा की हत्या की सुपारी बुलंदशहर के कुख्यात अपराधियों को दे दी. हत्या का संदेह होने पर पूर्व विधायक द्वारा एसएसपी कलानिधि नैथानी से की गई थी.

एसएसपी ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए पुलिस की कई टीमें गठित कर दीं. पुलिस हर मूवमेंट पर निगाह रखने लगी. पुलिस ने चेयरमैन सहित 6 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से एडवांस बतौर दी गई ₹100000 से अधिक की नकदी बरामद की है. इसके अलावा एक कार और तीन बाइक भी बरामद की गई हैं. हत्या में प्रयोग होने वाले हथियार भी पुलिस ने बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपियों के नाम विकास निवासी खेर अलीगढ़, राजकुमार जाट खुर्जा बुलंदशहर, संजय निवासी बुलंदशहर, राहुल शर्मा निवासी बुलंदशहर, करन सैनी निवासी बुलंदशहर, संजीव अग्रवाल निवासी खैर अलीगढ़ है, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया है, खैर पुलिस ने यह बड़ा खुलासा किया है, अपराधियों के होटल में बैठे हुए हथियारों के साथ फोटो भी सामने आए हैं, इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने जारी किए हैं.

आपको बता दें प्रमोद शर्मा बसपा सरकार में खैर विधानसभा इलाके बसपा से विधायक रहे थे, पिछले दिनों प्रमोद शर्मा राष्ट्रीय लोकदल की टिकट पर बरौली विधानसभा से चुनाव लड़े थे, हालांकि इस चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था, इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व विधायक का कोई भी बयान सामने नहीं आया है, अलीगढ़ पुलिस बड़े खुलासे का दावा कर रही है, यानी पुलिस का मानना है कि पुलिस सक्रिय नहीं होती तो पूर्व विधायक की हत्या होना तय थी. वहीं पूर्व विधायक की हत्या की साजिश रचने वाले भारतीय जनता पार्टी के खैर से चेयरमैन संजीव अग्रवाल को जब पुलिस जेल जा रही थी तब मीडिया कर्मियों ने उनसे पूछा क्या भारतीय जनता पार्टी के चेयरमैन है तो पुलिस ने उन्हें बोलने से रोकने का प्रयास किया लेकिन संजीव अग्रवाल ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का चेयरमैन हूं, लेकिन इस दौरान पुलिसकर्मी उनके मुंह पर हाथ रखकर उन्हें दौड़ा कर जेल ले गए.