लोजपा (रामविलास) के प्रदेश सचिव ने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में दौरा कर पिडित परिजनों से किया मुलाकात

लोजपा (रामविलास) के प्रदेश सचिव ने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में दौरा कर पिडित परिजनों से किया मुलाकात

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद: (बिहार) लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश सचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी रह चुके, मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार दिनांक 29 सितंबर 2022 को अपने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में दौरा करके पिडित परिजनों से मुलाकात की. इस मौके पर रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी ने मदनपुर होते हुए औरंगाबाद से चलकर सर्वप्रथम माडन बिगहा गांव पहुंचे. जहां सोमवार को ही कांग्रेसी नेता रहे, विनय सिंह की तीसरी बार हार्ट अटैक होने के कारण अचानक मौत हो गई थी.

ध्यातव्य हो कि मृतक विनय सिंह के सबसे बड़ा भाई का नाम जगन्नाथ सिंह है. जो पूर्व में पिरथु पंचायत के मुखिया भी रह चुके हैं. दूसरा भाई का नाम कृष्णा सिंह, तीसरा भाई का नाम विजय सिंह तथा चौथा भाई का नाम जय कुमार सिंह है, और मृतक विनय सिंह सबसे छोटा यानी कि पांचवा भाई थे.

ध्यातव्य हो कि पूर्व में मृतक विनय सिंह के तीसरा भाई विजय सिंह का भी देहांत हो गया था. मृतक के संबंध में भाई ने ही जानकारी देते हुए बताया कि स्वर्गीय विनय सिंह को पूर्व में पैर फिसल जाने की वजह से ही दाहिना पैर के धुटना में डॉक्टर ने आपरेशन भी किया था. जो ठीक भी था. मगर अचानक तीसरी बार हार्ट अटैक होने की वजह से ही कुछ देर के अंदर देहांत हो गया. मृतक विनय सिंह के तीन पुत्र हैं, जिसमें बड़ा पुत्र चंद्रशेखर कुमार सिंह घर पर ही रहता है. दूसरा पुत्र संजीव कुमार सिंह इंग्लैंड में साफ्टवेयर इंजीनियर है, और तीसरा पुत्र राजीव कुमार सिंह बंगलौर में पढ़ता है. ज्ञात हो कि प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक विनय सिंह एवं मृतक के भाई जगन्नाथ सिंह यानी कि दोनों ने मिलकर समय समय पर संगठन से भी लोहा लेने का काम किया है. जो क्षेत्र के लिए आज भी एक मिसाल के रूप में भी खड़ा है.

ध्यातव्य हो कि माडन बिगहा गांव में मिलने के बाद रफीगंज के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह ने कासमा थाना क्षेत्र अंतर्गत बासर बिगहा गांव पहुंचकर भी पिडित परिजनों से मुलाकात किया. जहां 22 सितंबर 2022 को ही आसमान साफ रहने के बावजूद भी अचानक आकाशिय बिजली गिरने की वजह से दो सगे भाइयों की मौत हो गई थी, जिसमें तीसरा भाई नीरज कुमार तथा चौथा भाई आशीष कुमार शामिल था. जो दोनों भाई अपने घर के बगल में ही खुला मैदान में पेड़ के समीप बैठकर आपस में बातचीत कर रहे थे, और दोनों मृतक भाई सुखदेव विश्वकर्मा के ही पुत्र हैं.

ध्यातव्य हो कि सुखदेव विश्वकर्मा के कुल 04 पुत्रो में तृतीय एवं चतुर्थ पुत्र पर ही अचानक आकाशीय बिजली गिरी थी. इसके अलावे इसी कांड के वक्त मृतक दोनों भाइयों के चचेरा भाई रवि कुमार, पिता वीरेंद्र कुमार विश्वकर्मा भी अचानक आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया था. जो काफी गंभीर रूप से जख्मी भी हो गया है, जिसका इलाज परिजनों के मुताबिक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज गया में कराया गया था. जो पिडित रवि कुमार आज भी काफी पिडित है. घटित घटना के वक्त रवि कुमार भी अपने चचेरा भाई के साथ ही पेड़ के नीचे बैठकर बात कर रहा था.

ध्यातव्य हो कि मृतक के पिता, मुर्शीद उर्फ राजू एवं उपस्थित सभी लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा आपदा विभाग की ओर से मिलने वाली सहायता राशि का भूगतान मृतक दोनों भाइयों के परिजनों को हो चुका है. लेकिन ब्लॉक से मिलने वाली पारिवारिक लाभ का भूगतान अभी तक कार्यालय में फार्म भरकर जमा नहीं करने की वजह से ही नहीं हो पाया है. लेकिन प्रखंड विकास पदाधिकारी रफीगंज ने आश्वासन दिया है कि फॉर्म भर कर दे दीजिए. परिवारिक लाभ का भी भुगतान हो जाएगा. इसके बाद पूर्व प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह ने अरथुआ पंचायत के अरथुआ गांव में पहुंचकर अपने कार्यकर्ता राजेश पासवान तथा अल्पसंख्यक समाज से भी मुलाकात कर हाल चाल जाना.

इसके बाद सनथुआ होते हुए कुटकुरी गांव पहुंचकर भी पिडित परिजनों से मुलाकात किया. जहां मजदूरी का काम करके जीवन यापन करने वाला गरीब त्रिपुरारी पासवान का उत्तर प्रदेश राज्य अंतर्गत वाराणसी में वॉल पुट्टी का काम करने के दौरान ही अचानक मकान के ऊपर से गिर जाने की वजह से मौत हो गई थी. जो गरीब त्रिपुरारी पासवान वाराणसी में अकेला ही मकान में पेंटिंग का काम कर रहा था. जिसे परिजनों के मुताबिक घटना घटने के बावजूद भी किसी ने देखा ही नहीं था.

परिजन बताते हैं कि वो तो वाराणसी का मकान मालिक एक इंसान व्यक्ति था, जिसके कारण घटना के संबंध में परिजनों को जानकारी भी मिली थी. अन्यथा परिजनों का कहना है कि हम लोगों को तो घटना की जानकारी भी नहीं मिलती. इसके बाद पूर्व प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह ने कुटकुरी गांव के बिगहा पर ही रंजीत पासवान के घर पहुंचकर पिडित परिजनों से मुलाकात की. जहां रंजीत पासवान की पत्नी का मृत्यु हुआ था.

तत्पश्चात अपने विधानसभा क्षेत्र के अंदर ही आशा बिगहा गांव में पहुंचकर भी पिडित परिजनों से मुलाकात किया. जहां हार्ट अटैक होने की वजह से ही बच्चन सिंह की भी मौत हो गई थी. ध्यातव्य हो कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंदर विभिन्न गांवों के दौरा में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के पूर्व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी रह चुके, मनोज कुमार सिंह के साथ लोजपा के वरीय नेता, वीरेंद्र प्रसाद सिंह एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय लेबर सेल, जनरल सेक्रेटरी, मंतोष पासवान भी शामिल रहे.