राष्ट्रीय लोक अदालत में कई साल पुराना मामला का भी हुआ निष्पादन

राष्ट्रीय लोक अदालत में कई साल पुराना मामला का भी हुआ निष्पादन

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद: ( बिहार ) साल 2023 का तीसरा राष्ट्रीय लोक अदालत कई मामला में अविष्मरनीय रहा! इस बार आयोजित लोक अदालत में जहां अपने वाद के निष्पादन में अपने कई रिकार्ड को तोडते हुए एक नया मिल का पत्थर स्थापित किया! वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार, न्यायालय, अधिवक्तागण के प्रयास से दर्जनों ऐसे मामलों का निष्पादन हुआ! जो दशकों पुराने मामले थे! जिनमें नगर थाना कांड संख्या - 395 / 2003 में सूचक रामजी सिंह द्वारा अभियुक्त सुर्यदेव यादव, विरेन्द्र यादव, ब्रह्मदेव यादव पर मारपीट करने तथा पैसा लेने का मामला 20 साल पुराना था! जो बेहद ही छोटे अपराध का था! उसको समाप्त किया गया! इसी तरह टंडवा थाना काण्ड संख्या - 18 / 2007 नगर थाना काण्ड संख्या - 513 /2008 जैसे दर्जनों वाद जो वर्षो पुराना मामला था! उसको इस आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादित किया गया! इसके अलावे इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,619 वाद का निष्पादन के साथ कुल - 05 करोड़ रुपये का समझौता कराया गया! राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को मोटर दुर्घटना से संबंधित 04 वादों में कुल - 62 लाख रूपये का समझौता कराया गया|

पारिवारिक मामले से संबंधित 04 वाद, आपराधिक सुलहनीय मामलें से संबंधित 446 वाद, एन0 आई0 एक्ट से संबंधित 08 मामलों में 21 लाख रुपये का समझौता, टेली फ़ोन के 08 मामलों में, माप - तौल इसके साथ साथ अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से संबंधित 655 वाद तथा बैंक ऋण से संबंधित 1,482 मामले का निस्तारण करते हुए कुल 04.5 करोड़ रूपये पक्षकारो को राहत दिया गया! इस तरह कुल - 2,619 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल लगभग - 05 करोड़ रूपये का समझौता कराया गया! जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ो के मामले में न्यायालय से जुड़े मामलों में ज्यादा वादों का निष्पादन रिकॉर्ड है| पिछला रिकॉर्ड 397 व्यवहार - न्यायालय से जुड़े वादों के निष्पादन का था! जो बढ़कर 466 वादों का निष्पादन हुआ| लोक अदालत में रिेकार्ड वादों के निष्पादन पर प्राधिकार सचिव, प्रणव शंकर ने कहा कि पिछले रिकार्ड को तोड़ते हुए 466 सिर्फ न्यायालय के लंबित वाद का निष्पादित होना एक बहुत बडी उपलब्धि है! जो जिला एवं सत्र न्यायाधीश, संपूर्णानंद तिवारी का मार्गदर्शन तथा सभी न्यायिक पदाधिकारियों, वादकारियों, अधिवक्ताओं एवं लोक अदालत से जुडें समस्त लोगों के सहयोग से संभव हुआ है! इसके लिये सभी को बहुत- बहुत बधाई एवं धन्यवाद।

इस पुरे राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन को सफल बनाने में प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता, अभिनन्दन कुमार, कर्मी, सुनील कुमार सिंह, परशुराम कुमार सिंह, संजय कुमार, टेक्निकल स्टाफ अर्पणा सहाय, सुनील कुमार सिन्हा एवं सहयोगी नवरतन कुमार, गीता कुमारी, कुंदन कुमार सहित सभी अर्धविधिक स्वयं सेवकों की भूमिका भी सराहनीय रही|साथ ही स्वास्थ्य जांच शिविर के माध्यम से भी लोगो को मिला स्वास्थ्य लाभ। राष्ट्रीय लोक अदालत की मुख्य विशेषता रहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत के साथ - साथ स्वास्थ जाँच शिविर का आयोजन विधिक सेवा सदन में किया गया था! जिसमे सुगर, ब्लड प्रेशर के साथ - साथ चिकित्सीय जाँच एवं दवा का वितरण इत्यादि प्रमुख सुविधाओं से वादकारियों के साथ - साथ सभी उपस्थित लोगो ने भी लाभ उठाया|