प्रशांत किशोर का उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज, बोले 15 साल में बिहार को बर्बाद करने वाले लोग आज 10 लाख नौकरी कहां से दे देंगे, उन्हें भी नहीं पता

Prashant Kishor's taunt on Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav, said that the people who ruined Bihar in 15 years, from where will they give 10 lakh jobs today, even they do not know

प्रशांत किशोर का उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज, बोले 15 साल में बिहार को बर्बाद करने वाले लोग आज 10 लाख नौकरी कहां से दे देंगे, उन्हें भी नहीं पता
Prashant Kishor

वैशाली: जन सुराज पदयात्रा का 203वें दिन की शुरुआत रविवार दिनांक - 22 अप्रैल 2023 को वैशाली अंतर्गत चेहराकला प्रखंड अंतर्गत खाजेचंद छपरा पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर ने स्थानीय पत्रकारों के साथ संवाद किया. पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने अपने पदयात्रा का अनुभव साझा किया.

जन सुराज पदयात्रा के माध्यम से प्रशांत किशोर 02 अक्टुबर 2022 से लगातार बिहार के गांवों का दौरा कर रहे हैं. उनकी अब तक पदयात्रा लगभग 2,500 कि0मी0 से अधिक की दूरी तय कर चुकी है. पश्चिम चंपारण से प्रारंभ होकर यह पदयात्रा शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण होते हुए वैशाली जिले पहुंची हुई है. वैशाली में पदयात्रा अभी 15 से 20 दिन तक और चलेगी, और इस दौरान अलग-अलग गांवों तथा प्रखंडों से गुजरेगी.

जन सुराज पदयात्रा के दौरान ही प्रशांत किशोर ने वैशाली अंतर्गत चेहराकला प्रखंड में मीडिया से संवाद के दौरान तेजस्वी यादव तथा राष्ट्रीय जनता दल पर हमला करते हुए प्रशांत कहा कि बिहार के उप मुख्यमंत्री ने घोषणा कर दी, कि जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, तो 10 लाख लोगों को हम नौकरियां दे देंगे. ये नई सरकारी नौकरियां कहां से देंगे. जब जो लोग सरकारी नौकरियां में पहले से हैं. उनको ही सरकार वेतन नहीं दे पा रही है. लेकिन बिना सोचे समझें उन्होंने घोषणा कर दी कि पहली ही कैबिनेट की बैठक में हम 10 लाख लोगों को नौकरियां दे देंगे. लेकिन अगस्त में महागठबंधन की सरकारी बनी थी. तब से अब तक कोई कैबिनेट की बैठक नहीं हुई क्या. नेता काम नहीं करके गलती करता है. लेकिन हम भी उनसे ये नहीं पूछते है की ये काम कैसे होगा.

राष्ट्रीय जनता दल के 15 साल के शासन में बिहार को बर्बाद कर दिया. उस समय एक भी नौकरी नहीं दे पाए. तो अब 10 लाख नौकरियां कहां से देंगे. ये सवाल भी कोई नहीं पुछ रहा है. इसके बाद मीडिया संवाद के दौरान ही प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगों को डर था, कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाएगी. पिछले एक - दो महीने से एक बात जो सबसे ज्यादा सुनने को मिल रही है. वह है कानून व्यवस्था स्थिति का खराब होना. ये बात सिवान में बहुत सुनने को मिली. उसके बाद फिर सारण में भी सुनने को मिल रही थी और अब वैशाली में भी सुनने को मिल रही है. हर दिन लोग मिलते हैं, और बताते हैं कि इस साल 15 से ज्यादा मुखियाओं को गोली मार दी है. और 06 से ज्यादा सरपंचों की हत्या कर दी गई है.  महागठबंधन सरकार बनने के बाद जो डर लोगों के मन में था.  वो बढ़ता हुआ नजर आ रहा है.  गोलीबारी, हत्या, अपहरण, रंगदारी और हत्या और डकैती की घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही है.

मीडिया संवाद के दौरान ही प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज शराब और बालू माफियाओं का सबसे बड़ा फलता - फूलता हुआ कारोबार है. शराब की दुकानें बंद है. लेकिन होम डिलीवरी चालू है. अवैध शराब पीने से होनी वाली मौत पर पत्रकारों ने भी बोलना छोड़ दिया है. जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होती है. अवैध शराब से जुड़ा हुआ कारोबार और इससे होने वाली लोगों की मृत्यु आज बिहार के लोगों के लिए जीवन की सच्चाई बन गई है. पंचायत स्तर पर लोग बताते हैं कि अवैध शराब से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है. लेकिन एक - दो लोगों की मौत होती है, तो न पत्रकार इसकी खबर छापते है. और जिसकी मौत होती है.  उसके घर वाले भी डर की वजह से जानकारी नहीं देते हैं. जब हमलोग छपरा पहुंचे. तब से बालू माफिया का तंत्र दिखने लगा. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 19 पर पिछले 05 सालों से बालू के ट्रकों का जाम लगा हुआ है, और वहां प्रति ट्रक 12 हजार से 15 हजार रुपये की वसूली हो रही है. और पूरा सरकारी प्रशासन इसमें लगा हुआ है. इसमें पैसा ऊपर से नीचे तक सबको जाता है. क्योंकि डी0एम0 और एस0पी0 अकेले इतने बड़े तंत्र को नहीं चला सकते हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 19 से जुड़ी हुई 10 पंचायतों में जाने पर देखा, कि वहां दमा और टी0वी0 मरीजों की संख्या बढ़  गई है. इतनी समस्या के बावजूद अवैध शराब और बालू माफिया  को रोकने वाला कोई नहीं है.

-अजय कुमार पाण्डेय