बिहार विधान परिषद द्विवार्षिक निर्वाचन 2023 के अवसर पर 02 - गया स्नातक एवं गया शिक्षक पद हेतु मतदान संपन्न

मदनपुर थानाध्यक्ष, सौरभ कुमार ने भी संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राणा सिंह पर सुबह से ही आरोप लग रहा है कि पंडाल में बैठकर पैसा बांट रहे हैं.

बिहार विधान परिषद द्विवार्षिक निर्वाचन 2023 के अवसर पर 02 - गया स्नातक एवं गया शिक्षक पद हेतु मतदान संपन्न
Bihar Legislative Council Biennial Election 2023 Voting

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) बिहार विधान परिषद के द्विवार्षिक निर्वाचन 2023 के अवसर पर 02, गया स्नातक एवं गया शिक्षक निर्वाचन पद हेतु शुक्रवार दिनांक - 31 मार्च 2023 को पूर्वाहन 8:00 से मतदान प्रारंभ होकर अपराहन 4:00 बजे तक चली. जिसमें मतदाताओ ने अपने-अपने इच्छुक प्रत्याशीयों के पक्ष में गुप्त मतदान भी शांतिपूर्ण माहौल में ही किया. इस अवसर पर औरंगाबाद जिले के अंदर समस्त प्रखंडों को मिलाकर कुल - 29 मतदान केंद्र बनाए गए थे. जिसमें गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल - 17 मतदान केंद्र तथा गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल - 12 मतदान केंद्र बनाए गए थे.

इसी मतदान के अवसर पर औरंगाबाद जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल तथा पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम द्वारा देव एवं मदनपुर प्रखंड में भी मतदान कार्य का स्थल निरीक्षण किया गया, और संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा - निर्देश भी दिए गए. इस मौके पर सहायक समाहर्ता शुभम कुमार, अधिसूचित प्रखंड विकास पदाधिकारी, कुंदन कुमार तथा अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.

ध्यातव्य हो कि जारी विभागीय आंकड़ा के अनुसार संध्या 4:00 बजे तक 02 - गया स्नातक पद हेतु कुल - 48.40% तथा 02 - गया शिक्षक निर्वाचन पद हेतु कुल - 87.88% मत डाले गए. लेकिन वही दूसरी ओर मदनपुर प्रखंड से मदनपुर निवासी राणा सिंह ने संवाददाता के मोबाइल पर संपर्क स्थापित कर तकरीबन 11:00 बजे दिन में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक, औरंगाबाद स्वप्ना जी मेश्राम के आदेशानुसार मुझे मदनपुर थानाध्यक्ष, सौरभ कुमार ने पंडाल से हटकर बाहर चले जाने के लिए कह दिया है कि आप इस जगह पर नहीं रह सकते हैं. माननीया पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम का आदेश है.

तब संवाददाता ने भी बातचीत के क्रम में ही राणा सिंह से सवाल पूछा कि क्या आप शिक्षक पद हेतु प्रत्याशी, जीवन कुमार के मतदान अभिकर्ता हैं. तब राणा सिंह ने भी संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नहीं मैं किसी भी प्रत्याशी का चुनाव अभिकर्ता नहीं हूं. सिर्फ हम तो पंडाल में बैठे हुए हैं. तब संवाददाता ने शिकायतकर्ता राणा सिंह से बातचीत के क्रम में ही कहा कि जब आप किसी भी प्रत्याशी के चुनाव अभिकर्ता नहीं है. आप यदि किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में किसी मतदाताओं को मत देने के लिए नहीं कहेंगे. तब फिर आपको पुलिस - प्रशासन क्यों मना करेगी. आप जान लीजिए कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी तक वर्जित क्षेत्र होता है. जहां किसी भी व्यक्ति को नहीं रहना है, और ना ही किसी प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने के लिए किसी मतदाताओं को भी कुछ बताना है.

तब शिकायतकर्ता राणा सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि मैं तो वर्जित क्षेत्र से लगभग 300 मीटर की दूरी पर पंडाल में बैठा हुआ हूं. इसके बावजूद भी मुझे मदनपुर थानाध्यक्ष ने पंडाल में रहने के लिए मना कर दिया है. आखिर हमने ऐसा कौन सा गुनाह कर दिया है. इसलिए आपसे मेरा अनुरोध है कि पुलिस प्रशासन से पूछ कर मुझे बता दीजिए. तब कुछ देर पश्चात जब संवाददाता ने मदनपुर थानाध्यक्ष, सौरभ कुमार के सरकारी मोबाइल नंबर पर संपर्क स्थापित कर शिकायतकर्ता द्वारा बताई गई सारी बातों से अवगत कराते हुए सवाल पूछा. तब मदनपुर थानाध्यक्ष, सौरभ कुमार ने भी संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राणा सिंह पर सुबह से ही आरोप लग रहा है कि पंडाल में बैठकर पैसा बांट रहे हैं. 

इसलिए हमने तो उन्हें सभ्यता पूर्वक ही कहा है, कि आप पंडाल में मत रहिए. आप पंडाल से बाहर चले जाइए. और जहां तक राणा सिंह जो आपसे कह रहे हैं. कि हम मतदान केंद्र से लगभग 300 मीटर की दूरी पर पंडाल में बैठे हुए हैं. तब जरा आप ही उनसे पूछ लीजिए कि क्या आप वर्जित क्षेत्र से दूरी नापे हैं. तब पुनः संवाददाता ने जब शिकायतकर्ता राणा सिंह के मोबाइल नंबर पर संपर्क स्थापित कर थानाध्यक्ष द्वारा बताई गई सारी बातों से अवगत कराते हुए जानकारी दिया. तब फिर शिकायतकर्ता राणा सिंह ने संवाददाताओं से पुनः कहा कि तब हम क्या करें. पंडाल से बाहर चले जाएं.

तब संवाददाता ने भी शिकायतकर्ता राणा सिंह को जवाब देते हुए कहा कि आप मतदान समाप्ति तक पंडाल से हट जाइए. और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान होने दीजिए. इसके अलावे जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित किसान भवन में लगभग 11:45 बजे तक स्नातक पद हेतु कुल - 191 मतदाताओं ने अपने-अपने इच्छुक मतदाताओ के पक्ष में मतदान किया था, तथा मनरेगा भवन में बनाए गए मतदान केंद्र पर 12:00 दिन तक कुल - 194 मतदाताओं ने अपने अपने इच्छुक उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया था. जिसकी जानकारी किसान भवन में बैठे हुए पीठासीन पदाधिकारी तथा मनरेगा भवन में बैठे हुए पीठासीन पदाधिकारी ने संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर दिया था.

ध्यातव्य हो कि जिला मुख्यालय स्थित किसान भवन मतदान केंद्र पर बैठे हुए पीठासीन पदाधिकारी से जब संवाददाता ने कुल मतदाताओं के बारे में संख्या पूछा. तब पीठासीन पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान भवन मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या - 812 है, और जब संवाददाता ने मनरेगा भवन मतदान केंद्र पर बैठे हुए पीठासीन पदाधिकारी से भी सवाल पूछा कि आपके मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या कितनी है. तब मनरेगा भवन मतदान केंद्र पर बैठे हुए पीठासीन पदाधिकारी ने भी जानकारी देते हुए बताया कि इस मतदान केंद्र पर कुल मतदाताओं की संख्या - 1,072 है.