Syedna Mufaddal Saifuddin जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलाधिपति चुने गए

Syedna Mufaddal Saifuddin elected Jamia Chancellor of Jamia Millia Islamia

Syedna Mufaddal Saifuddin जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलाधिपति चुने गए
Syedna Mufaddal Saifuddin new Jamia Chancellor

New Delhi, 13 March, 2023: डॉ सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन सोमवार (13 मार्च) को जामिया मिलिया इस्लामिया के चांसलर चुने गए हैं. जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) की मेंबर्स ऑफ कोर्ट (अंजुमन) ने सर्वसम्मति से डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को 14 मार्च 2023 से पांच साल की अवधि के लिए विश्वविद्यालय का कुलाधिपति (अमीर-ए-जामिया) चुना है.

सोमवार को मेंबर्स ऑफ कोर्ट की बैठक हुई थी जिसमें यह अहम फैसला लिया गया. डॉ सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने डॉ नजमा हेपतुल्ला की जगह ली है, जिन्होंने पिछले साल विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन दाऊदी बोहरा समुदाय से ताल्लुख रखते हैं.

डॉ सैफुद्दीन डॉ नजमा हेपतुल्ला का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल पिछले साल पूरा हुआ था. वह 2014 से वैश्विक दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रमुख हैं. वह सैफी बुरहानी अपलिफ्ट प्रोजेक्ट, टर्निंग द टाइड, प्रोजेक्ट राइज, एफएमबी कम्युनिटी किचन जैसे वैश्विक कार्यक्रमों की देखरेख करते हैं, जो भूख मिटाने, भोजन की बर्बादी को कम करने, पर्यावरण की रक्षा और बहुत कुछ करते हैं.

डॉ सैफुद्दीन को 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों की सूची में शामिल होने सहित कई पुरस्कारों और प्रशंसाओं से सम्मानित किया गया है. उनके योगदान के लिए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक प्रशस्ति पत्र पढ़ा गया. उन्हें कई देशों में सम्मानित राज्य अतिथि के रूप में प्राप्त किया गया है.

वह अल-जामिया-तुस-सैफिया, सूरत में दाऊदी बोहरा शैक्षिक संस्थान के साथ-साथ मिस्र में अल-अजहर विश्वविद्यालय और काहिरा विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं. उन्होंने 10 फरवरी को मुंबई में अल-जामिया-तुस-सैफिया के नए परिसर का भी उद्घाटन किया.

उन्होंने पिछले पांच वर्षों में वार्षिक ग्रंथ लिखे हैं, और अरबी और उर्दू में कविताएँ भी लिखी हैं. उन्होंने समुदाय की स्थानीय भाषा, लिसन अल-दावत में उत्कृष्ट साहित्यिक अंश और कविताएँ भी लिखी हैं. उन्होंने स्थायी कृषि प्रणाली, स्थानीय बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और यमन में लड़कियों और लड़कों दोनों को शिक्षा की समान पहुंच प्रदान करने जैसे उपायों की शुरुआत की.

प्रस्तुति: मोईन अहमद खान

Source: indianExpress