केंद्र सरकार एक 'अहंकारी राजा' की छवि चमकाने में अरबों रुपए फूंक रही है | राहुल गांधी का BJP पर वार 

इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, 'मित्रों' को 'Free Fund' में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं।

केंद्र सरकार एक 'अहंकारी राजा' की छवि चमकाने में अरबों रुपए फूंक रही है | राहुल गांधी का BJP पर वार 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में सत्तापक्ष की ओर से महंगाई होने की बात को खारिज किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि देश की जनता परेशान है, लेकिन सरकार एक 'अहंकारी राजा' की छवि चमकाने के लिए अरबों रुपये फूंक रही है.

खैर, इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, 'मित्रों' को 'Free Fund' में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं।

सरकार के दावों को भोथरा करने के लिए राहुल ने 2019 और 2022 में जरूरी चीजों के दामों से तुलना करके कुछ आंकड़े भी पेश किए। पेट्रोल की कीमत तीन साल में 33 फीसदी, डीजल की 36 फीसदी, एलपीजी में 113 फीसदी, नमक में 33 फीसदी की बढ़ोतरी होने की बात राहुल ने कही। जबकि अरहर दाल में 22 फीसदी, सोयाबीन तेल में 76 फीसदी, सरसों के तेल में 59 फीसदी व चाय के दामों में 33 फीसदी बढ़ोतरी की बात कही।

राहुल ने अपनी फेसबुक पोस्ट में भी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा कि खुद को अकेला मत समझना। कांग्रेस आपकी आवाज़ है और आप कांग्रेस की ताकत। तानाशाह के हर फ़रमान से जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश से हमें लड़ना है। आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं, और आगे भी लड़ेंगे।

उनका कहना था कि आज देश में किन मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए, ये आप अच्छे से जानते हैं क्योंकि सरकार की हर ग़लत नीति का असर आपके जीवन पर पड़ रहा है। इस मानसून सत्र में हम सरकार से जनता के सवालों के जवाब मांगना चाह रहे थे, लेकिन आप सब ने देखा कैसे सरकार ने विपक्ष के लोगों को निलंबित करवाया, हमारे द्वारा विरोध करने पर हमें गिरफ़्तार करवाया, सदन स्थगित करवाया। कल जब चर्चा हुई भी तो सरकार ने साफ कहा कि महंगाई जैसी कोई समस्या है ही नहीं।

बकौल राहुल देश बेरोजगारी की महामारी से जूझ रहा है। करोड़ों परिवारों के पास स्थिर आय का कोई साधन नहीं बचा। लेकिन सरकार सिर्फ एक अहंकारी राजा की छवि चमकाने में अरबों रुपए फूंक रही है। महंगाई और गब्बर सिंह टैक्स आम आदमी की आय पर सीधा प्रहार है। आज की वास्तविकता ये है कि आम इंसान अपने सपनों के लिए नहीं बल्कि 2 वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है।

उनका कहना था कि ये सरकार चाहती है आप बिना सवाल किए तानाशाह की हर बात को स्वीकार करें। मैं आप सबको विश्वास दिलाता हूं, इनसे डरने की और तानाशाही सहने की ज़रुरत नहीं है। ये डरपोक हैं, आपकी ताकत और एकता से डरते हैं, इसलिए उसपर लगातार हमला कर रहे हैं। अगर आप एकजुट हो कर इनका सामना करोगे, तो ये डर जाएंगे। मेरा आपसे वादा है, न हम डरेंगे और न इन्हें डराने देंगे।

Source: Dailyhunt