औरंगाबाद: ( बिहार ) मदनपुर प्रखंड अंतर्गत घोड़ा डिहरी पंचायत मुखिया ने की आम सभा

औरंगाबाद: ( बिहार ) मदनपुर प्रखंड अंतर्गत घोड़ा डिहरी पंचायत मुखिया ने की आम सभा

आम सभा होने के बावजूद भी 13 वार्ड सदस्यों में से 01 भी वार्ड सदस्य ने कार्यक्रम में नहीं लिया भाग | मुखिया, प्रतिनिधि व ग्रामीण जनता भी दिखे हैरान.

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद: ( बिहार ) मदनपुर प्रखंड अंतर्गत धोडा डिहरी पंचायत के अंदर पड़ने वाली राजकीय मध्य विद्यालय, कठवरी मे रविवार दिनांक 02 अक्टूबर 2022 को मुखिया, शोभा देवी, मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह, पंचायत सचिव, रंजन सिंह तकनीकी सहायक, ईनायक जी एव ग्रामीण जनता की उपस्थिति में आम सभा तो अवश्य की गई. लेकिन यह आम सभा वास्तव में चौंकाने वाला ही रहा. 

ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भी घोड़ा डिहरी पंचायत के अंदर कुल 13 वार्ड सदस्य‌ ज़रूर है. लेकिन 13 वार्ड सदस्य होने के बावजूद भी आम सभा कार्यक्रम में 01 सदस्य ने भी भाग नहीं लिया. जो सभी पंचायत वासियों के लिए भी गंभीर सोचनीय विषय तो है ही. साथ ही यही सब आम सभा में धटिया खेल को देखते हुए इसकी घोर निंदा मुखिया, शोभा देवी, मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह एवं पूरे पंचायत की जनता ने भी. 

इसी गंभीर मुद्दे पर जब उपस्थित सभी ग्रामीणों के सामने ही घोड़ा डिहरी पंचायत के मुखिया, शोभा देवी एवं प्रतिनिधि, पवन सिंह दोनों से बारी बारी से संवाददाता ने सवाल पूछा, तो पूछे गए सवालों का दोनों ने मिलकर सिर्फ एक ही बात कहते हुए जवाब दिया कि पूर्व में जो इन लोग वार्ड सदस्य, इंदिरा आवास के नाम पर गरीबों से प्रति इंदिरा आवास पास करने / करवाने के नाम पर 30 से 40 हजार रुपया तक नाजायज जो कमीशन लेते थे, और गरीब लोगों को हमेशा टहलाते भी थे. अब वहीं सब ड्रामा धोडा डिहरी पंचायत में हमको मुखिया बनने के बाद सभी कमीशन बाज वार्ड सदस्यों का खत्म हो गया हैै. 

इसी लिए सभी कमीशन बाज वार्ड सदस्य आपस में गुटबाजी करके कोई भी आम सभा की मीटिंग में नहीं आते हैं. जो आज के कार्यक्रम में आप भी तो खुद देख ही रहे हैं, कि 13 वार्ड सदस्यों में से 01 भी वार्ड सदस्य मीटिंग में नहीं आया है. जो पूरे पंचायत की जनता भी जान रही है, कि जब से धोडा डिहरी पंचायत में मुखिया, शोभा देवी व ईमानदार प्रतिनिधि, पवन सिंह बने है. तब से घोड़ा डिहरी पंचायत के अंदर किसी भी वार्ड सदस्यों को गरीबो से इंदिरा आवास पास के नाम पर मोटी कमीशन लेने वाले का काम ही खत्म कर दिया गया है. 

इसी लिए पंचायत के सभी वार्ड सदस्य मुखिया जी से खफा भी हो गए है, और आपस में गुटबाजी करके किसी भी मीटिंग में आते ही नहीं है. तब ऐसे में सवाल तो उठेगा ही कि जब कोई भी मीटिंग में किसी वार्ड का वार्ड सदस्य आएगा ही नहीं? तो किसी भी वार्ड का किसी व्यक्ति का जरूरी काम या वार्ड का विकास कार्य भी कैसे होगा? कोई वार्ड सदस्य अपने वार्ड में जनता की समस्या को देखते हुए भी योजना बनाकर मुखिया जी को बताएगा ही नहीं? और न ही खुद भी जनता द्वारा दिए गए आवेदन पर अनुशंसा करेगा, तो फिर किसी योजना का निर्णय मुखिया जी, प्रखंड कर्मचारी या प्रखंड विकास पदाधिकारी भी कैसे लेंगे? 

इसलिए यह तो घोडा डिहरी पंचायत लिए बहुत बड़ा सवाल बनकर जरूर खड़ा है? ध्यातव्य हो कि इसी आम सभा में लाल मोहन रविदास ने मामला उठाया कि पटौदी में राजेंद्र यादव के घर से लेकर डिहबार स्थान तक गली को मिलाना जरूरी है. जो अभी तक नहीं हुआ है. इसके बाद महेश कुमार यादव ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि वार्ड नंबर 05 में नाली गली का गंभीर समस्या है. तीन चार साल पहले रोड बनाया गया. लेकिन अभी तक नाली नहीं बना है. हमारे गांव में 1,500 फीट नाली बनाना जरूरी है. मुखिया जी भी कहे थे कि अप्रैल महीना में काम लग जाएगा. लेकिन अभी तक नहीं बना है. हमारा गांव में बहुत बड़ा तालाब है. यहां से कठवर, बनौखर मूर्ति भी डुबाने जाते हैं, तो एक भौ भी नहीं है. 

इसलिए वहां एक बोरिंग जरूर करवा दीजिए. इस तालाब का 2017 में उड़ाही भी हुआ था. तब मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह ने भरी सभा में जवाब देते हुए कहा कि समस्या तो सचमुच में है. मगर हमको तो लगता है कि अब मानवता ही एकदम खत्म ही हो गया है. तभी तो हम जब भी सच बात निकालते हैं, तो किसी न किसी व्यक्ति से झगड़ा हो ही जाता है. लेकिन यदि 2017 में पोखरा का उड़ाही हुआ है, तो हम 2023 में उड़ाही कराएंगे. 

इसके बाद मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधि दोनों से एक महिला ने सवाल पूछा कि कॉलोनी के लिए भी राशन कार्ड रहना जरूरी है क्या? तब मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह ने सवाल पूछने वाली महिला को जवाब देते हुए कहा कि कॉलोनी के लिए राशन कार्ड रहना कोई जरूरी नहीं है. कॉलोनी के लिए सिर्फ आधार कार्ड, वोटर कार्ड तथा एक फोटो की जरूरत है. यदि किसी भी गरीब व्यक्ति का दो रूम से कम है, तो वैसे लोगों को कॉलोनी मिलेगा. कॉलोनी के लिए जिनको भी फॉर्म भरकर आवेदन देना है. वे हमसे फॉर्म निःशुल्क ले ले. फॉर्म मेरे पास उपलब्ध है. तब वार्ड नंबर 04 का भी मामला प्रमुखता से उठाया गया, कि वार्ड नंबर 04 में आज तक हम लोगों को सोलर लाइट, नल जल योजना, सड़क किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है. किसी भी योजना के नाम पर सरकारी बोर्ड तो जरूर लगा दिया जाता है कि यह काम हो गया. 

स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर शौचालय मुक्त हो गया. लेकिन सच्चाई है कि शौचालय तक भी नहीं बना है. मनरेगा में भी यही हाल है कि मनरेगा के तहत भी पेड़ नहीं लगता है, या यदि पेड़ लगता भी है, तो कोई पेड़ देखने वाला ही नहीं होता है. 

तब मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि यदि शौचालय नहीं बना है, तो दो तीन दिन के अंदर फॉर्म भर कर दे दिजिए, नहीं तो योजना बंद होने वाला है. पूर्व में क्या हुआ? नहीं हुआ, छोड़िए. अब आप लोग नई उमंग के साथ काम कीजिए. लाइट के काम में भी हम ग्रामीण जनता से पूछ कर ही लगवाएंगे. आप लोग जान लीजिए कि किसी भी एक वार्ड में 10 लाइट लगाना है. 

तब संवाददाता ने मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधि दोनों से सवाल पूछा कि लाइट आपको लगवाना है, या किसी और के माध्यम से वार्ड में लाइट लगाना है? तब दोनों ने संवादाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लाइट के मामले में मुखिया या वार्ड सदस्य का कोई भूमिका ही नहीं है. जहां भी किसी वार्ड में लाइट लगेगा, तो ब्रेडा ही लाइट खरीदकर लगवाएगी. कहीं भी लाइट लगाने के लिए हमको सिर्फ जगह चयनित करके ही बताना है. 

इसके बाद मुखिया प्रतिनिधि ने उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि सन् 2016 के बाद सन् 2022 में इंदिरा आवास मिला है. 2021 के तुरंत बाद हमको चयनित करके इंदिरा आवास का लिस्ट दे दिया गया, जिसमें 400 आवास पास हो गया. उसमें कुछ पक्का का बना हुआ मकान भी काटने योग्य था. 

इसके अलावे बदल बिगहा निवासी आंगनबाड़ी सेविका, उर्मिला कुमारी ने भी मुखिया प्रतिनिधि, पवन सिंह को आवेदन देते हुए कहा कि कोर्ड संख्या 98 पटौधी केंद्र पर चापाकल कल का अभाव है. खिड़की जर्जर है. भवन ढलाई का छत टूट रहा है. छोटे छोटे बच्चे के साथ कभी भी अनहोनी घटना घट सकती है, और एक आवेदन कॉलोनी के लिए भी दी. इसी प्रकार इस आयोजित कार्यक्रम में कई गंभीर मुद्दे भी ग्रामीणों द्वारा उठाई गई.