अमित शाह जातीय जनगणना पर तड़ीपार जैसे भाषा बोल गये: डॉक्टर सुरेश पासवान

अमित शाह जातीय जनगणना पर तड़ीपार जैसे भाषा बोल गये: डॉक्टर सुरेश पासवान
Amit Shah spoke language like caste on caste census

औरंगाबाद: ( बिहार ) बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान ने कहा है, कि कल मुजफ्फरपुर के आम सभा में देश के गृह मंत्री, अमित शाह द्वारा जातीय जनगणना को फर्जी एवं यादवों तथा मुसलमानों की संख्या लालू प्रसाद के दबाव में बढ़ा - चढ़ाकर दिखाने का बिहार के मुख्यमंत्री पर जिस तरह से गलत व्यानी किया है!  उस तरह व्यान देश के गृहमंत्री का नहीं माना जा सकता है! ऐसा व्यान कोई सड़क छाप नेता या तड़ीपार ही दे सकता है। अभी तक तो आप और आपकी पार्टी मुसलमानों से घृणा एवं नफरत करती रही है! अब आप एवं आपकी पार्टी यादवों से भी नफरत करना शुरू कर दिया है।अब तो लगता है कि आपकी पार्टी जिस तरह मुसलमानों को लोकसभा या विधानसभा में टिकट नहीं देती है! उसी तरह आने वाले चुनाव में यादवों को भी टिकट से वंचित कर देंगे।

कल के भाषण से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा में जो यादव समुदाय से एम0पी0 / एम0एल0ए0 हैं!  उनका क्या होगा? अब उन्हें निश्चित रूप से सुली पर चढ़ा दिया जाएगा, और कहा जाएगा कि रहना है, तो वोटर बनकर हमारी पार्टी का गुलामी करते रहो! अब आप लोगों के लिए पार्टी में या चुनाव में कोई पद नहीं मिलने वाला है। चूंकि हमारा देश में संघीय ढांचे के तहत केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा अपने अपने अधिकार क्षेत्र में काम किया जाता है! जिसकी इजाजत संविधान देता है, तो राज्य सरकार द्वारा किया गया कोई भी सर्वेक्षण या कामों पर केंद्र सरकार के गृह मंत्री जैसे जिम्मेदार मंत्री  द्वारा फर्जी कहा जाए, या केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार के तहत किए जाने वाले कार्यों पर राज्य सरकारें सवाल उठाना शुरू कर दे, तो संघीय ढांचे ( Federal system) टुट जाएगा! जिससे न सिर्फ संविधान कमजोर होगा, बल्कि देश भी टुटने के स्थिति में आ जाएगा। इसलिए किसी भी जिम्मेवार व्यक्ति को इस तरह से व्यान देकर क्षणिक लाभ या वोट के लालच में सड़क छाप लोगों के तरह हल्की बात करके मजाक का पात्र नहीं बनना चाहिए।

देश के गृह मंत्री को मैं चुनौती देता हूं कि अगर आपको लगता है, कि आंकड़ों में हेर फेर किया गया है, तो केन्द्र सरकार के द्वारा जितनी जल्दी हो सके! आप जातिय गणना बिहार में करा लिजिए, तो आपको पता चल जाएगा, कि किसकी कितनी जनसंख्या है। लेकिन आपके सरकार में यह हिम्मत नहीं है, कि आप जातिय गणना करा सकते हैं! इसलिए अपना व्यान वापस लेना चाहिए, और आगे से बकवास बंद करना चाहिए। इस तरह के बकवास करने से आपको कोई पॉलीटिकल लाभ नहीं होने वाला है, बल्कि आने वाले चुनाव में आपकी पार्टी का मिट्टी पलीद होना तय है। इसके लिए पुरा देश मन बना लिया है।

-रिपोर्ट : अजय कुमार पाण्डेय