औरंगाबाद में संपन्न हुआ लोक जनशक्ति पार्टी का जिला समीक्षा बैठक

औरंगाबाद में संपन्न हुआ लोक जनशक्ति पार्टी का जिला समीक्षा बैठक

औरंगाबाद में संपन्न हुआ लोक जनशक्ति पार्टी का जिला समीक्षा बैठक

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद: (बिहार) मुख्यालय स्थित आई0एम0ए0 हॉल में मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) की ओर से आयोजित जिला समीक्षा बैठक संपन्न हो गया, जिसमें पार्टी के केंद्र व राज्य स्तरीय पदाधिकारियों ने भी भाग लिया. कार्यक्रम में सर्वप्रथम केंद्र व राज्य स्तरीय पार्टी पदाधिकारियों को माला पहनाकर अंग वस्त्र देकर भी सम्मानित किया गया. इसके अलावे बारी बारी से मंच पर बैठे सभी पार्टी पदाधिकारियों को भी माला पहनाते हुए अंग वस्त्र देते देकर सम्मानित किया गया. हालांकि कार्यक्रम में केंद्र व राज्य स्तरीय पार्टी पदाधिकारी विलंब से पहुंचे. इसी वजह से निर्धारित समयानुसार कार्यक्रम की शुरुआत होने के बजाय विलंब से शुरू हुआ. मगर दूर दराज गांवों से भी चलकर मुख्यालय पहुंचने वाले पार्टी कार्यकर्ता अपने वरीय पार्टी पदाधिकारियों के संबोधन को सुनने व राजनीति में नई चीजें सीखने के उद्देश्य से कार्यक्रम समाप्ति तक डंटे ही रहे. लेकिन कार्यक्रम के दौरान यह भी देखा गया कि मंच से संबोधन के दौरान ही संगठन महामंत्री, रणधीर कुमार सिंह ने अपने ही पार्टी के जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर पर विरोध करते हुए कहा कि इनके द्वारा कभी भी किसी प्रोग्राम की जानकारी नहीं दी जाती है, जिसके वजह से पार्टी के काफी कार्यकर्ता इनसे नाराज भी है. जब पार्टी में किसी पुराने कार्यकर्ता को भी सम्मान ही नहीं मिलेगा, तो फिर पार्टी में रहने का मतलब ही क्या है? तब लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद, औरंगाबाद के प्रत्याशी रह चुके अनूप कुमार ठाकुर ने भी आवेश में ही आते हुए कहा कि मैं प्रत्येक कार्यक्रमों की जानकारी सभी कार्यकर्ताओं को दे देता हूं. तब पुनः संगठन महामंत्री, रणधीर कुमार सिंह ने भी भरी सभा में ही कहा कि यह झूठ बोल रहे हैं. इनके द्वारा किसी भी कार्यक्रम की जानकारी बहुत कार्यकर्ताओं को नहीं दी जाती है. तब इसी बात पर लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर ने मंच पर ही रोते हुए अफसोस जाहिर कर कहा कि किसी भी प्रोग्राम के लिए हम ही सिर्फ फूल माला व्यवस्था के लिए नहीं है. 

लोग कहते हैं कि पार्टी हमारी मां है. लेकिन दुःख तो तब होता है. जब लोग अपनी मां से ही पार्टी में छल करते हैं, तो वैसे लोगों को मैं भी बर्दाश्त नहीं करूंगा. चाहे हम आगे पार्टी में जिलाध्यक्ष के पद पर रहे या न रहे. लेकिन मुझे माननीय, चिराग पासवान जी पर इतना गर्व जरूर है कि एक गरीब का बेटा होने के बावजूद भी विगत संपन्न विधान पार्षद चुनाव में अपने पार्टी का सिंबल देकर मुझे औरंगाबाद सीट से चुनाव लड़ाया. जहां सिर्फ धन बल वाले हीं चुनाव में उम्मीदवार थे. इसलिए मैं लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) को कदापि नहीं भूल सकता. मैं पार्टी में एक ईमानदार सदस्य के रूप में ही रहकर लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) का काम करूंगा. तब इसके बाद इन दोनों की लड़ाई में लोक जनशक्ति पार्टी के स्थापना काल से पार्टी संस्थापक, स्वर्गीय रामविलास पासवान के साथ रहकर दलित सेना का केंद्रीय नेतृत्व कर चुके डॉक्टर सत्यानंद शर्मा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि अपने ही घर में टीका टिप्पणी न करें. यह मेरे पास नहीं चलेगा. पार्टी से बड़ा कुछ भी नहीं है. इसे मैं भी बर्दाश्त नहीं करूंगा. आप लोग पार्टी हित में ईमानदारी पूर्वक काम किजिए. संगठन से ही हमारे नेता की पहचान होती है. यदि आप संतुष्ट नहीं है, तो प्रभारी या प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर जानकारी दे दीजिएगा. आप ही लोग संगठन का आईना है. राजनीति में किसी से भी कोई नाराजगी नहीं होती है. इसी का नाम राजनीति है. 

इसके बाद लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रह चुके सरुण पासवान ने भी जिलाध्यक्ष के समर्थन में खड़ा होकर पक्ष लेते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष से कौन कौन नाराज हैं? जरा उनका भी हाथ उठवा दीजिए. तब पुनः पार्टी पदाधिकारियों ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए मामला को शांत कराया.

वही चिकित्सा प्रकोष्ठ के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, डॉक्टर रामविलास पासवान ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में आपसी टकराव पर मनन करने की जरूरत है. मैं जब लोक जनशक्ति पार्टी के पार्टी संस्थापक, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी का जीवनी पढ़ा, तो देखा कि उनसे मीडिया पूछ रहे थे कि आपने यह पार्टी क्यों बनाया है. तब कहा था कि जब मैं रास्ते में जा रहा था, तो देखा कि एक बेगुनाह गरीब दलित को जमींदार द्वारा पीटा जा रहा था. पार्टी में सिर्फ माला पहनने से क्या होगा? पार्टी दलित का है. साथ ही यह पार्टी जात की नहीं, जमात की है. भाईचारा मिलना चाहिए.

इसके बाद प्रदेश सचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रह चुके मनोज कुमार सिंह ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि माननीय, चिराग पासवान के संगठनात्मक बैठक में आज जिस उद्देश्य से पार्टी में संगठन विस्तार हेतु बैठक हो रही है, और विस्तार की जरूरत है. यह बैठक जिला के बजाय प्रखंड में भी होना चाहिए, क्योंकि दूर दराज के सभी लोग यहां औरंगाबाद जिला मुख्यालय में नहीं पहुंच पायेंगे. स्थानीय स्तर पर बैठक से ही पार्टी का विस्तार होगा. जहां कमजोरी हो. वहां विस्तार हो. मगर पार्टी के पुराने लोगों को भी देखते हुए ही होना चाहिए. लेकिन यहां तो अब पुराने लोगों को पद मुक्त ही कर दिया गया है. ऐसा नहीं है कि पार्टी में पद की कोई कमी है. पार्टी के लोगों को सजाना, संवारना होगा. निकट भविष्य में भी चुनाव हो सकती है. हमारे नेता बताते हैं. 

इसके बाद प्रदेश सचिव, मनोज कुमार सिंह ने पार्टी में केंद्रीय नेतृत्व कर चुके डॉक्टर सत्यानंद शर्मा का भी तारीफ करते हुए कहा कि जहां ये चलते हैं. एक मिनिस्टर से कम भीड़ वहां नहीं होती है. औरंगाबाद जिला मजबूत है. इसलिए पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को भी चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. तत्पश्चात प्रदेश सचिव व नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रह चुके विजय कुमार सिंह उर्फ विजय यादव ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि नाकारात्मक बातें अकेले में सोचना चाहिए. सकारात्मक बातें पदाधिकारी के पास रखें. मैं बारुण में भी कार्यक्रम करना चाहूंगा. पूर्व में जब मैं विधानसभा का चुनाव लड़ रहा था, तो लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रखंड अध्यक्ष ही राष्ट्रीय जनता दल के लिए वोट की बात कर रहा था. तब मैं अपने गाड़ी से ही भगा दिया था. वह व्यक्ति सिर्फ हमसे खर्चा का ही बात करता था. इसके बाद बिहार सरकार पर भी प्रहार करते हुए कहा कि आज बिहार में गूंगी बहरी सरकार है. लेकिन सिर्फ चिराग पासवान ही एक ऐसे नेता है. जो बिहार सरकार के खिलाफ कहीं पर भी बात उठा रहे हैं. एक माह के अंदर ही हम अपना प्रखंड कमेटी बना कर भी पूरा कर देंगे. 

वहीं बिहार प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, सोनू कुमार सिंह ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में सारे समकक्ष है. पार्टी में वक्ता बनने से अच्छा लगता है, एक कार्यकर्ता बनना. पार्टी के हम सच्चे सिपाही हैं. हम पार्टी की राय से प्रेरित होकर ही पार्टी में शामिल हुए हैं. पार्टी में सब लोग अपने आपको चिराग बनकर काम कीजिए. पार्टी में अनुशासन की कमी देखा. इसलिए अनुशासनहीनता मुझे कतई बर्दाश्त नहीं है. पार्टी में यदि कुछ खटपट भी है, तो कुछ अच्छाई भी है. मैं कुछ दिनों में ही बहुत कुछ सीख लिया हूं. धीरे धीरे मैं भी कुछ बोलूंगा. इसके बाद प्रदेश उपाध्यक्ष व औरंगाबाद जिला प्रभारी, राकेश कुमार सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि जो हम लोग झेले हैं. आप लोग जिला में टीका टिप्पणी कर रहे हैं. हम लोग नीचे उतर गए. आप लोग काम कीजिए. जिलाध्यक्ष को भी सलाह देते हुए कहा कि समाज में, मीडिया वगैरह के सामने टीका टिप्पणी नहीं कीजिए.

इसके बाद प्रदेश सचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह को भी सलाह देते हुए कहा कि आपको भी पता है कि टीका टिप्पणी को छोड़कर आप पार्टी में पुराने लोगों को बुलाईए. आपका भी जिम्मेवारी बनता है. सिर्फ टीका टिप्पणी को छोड़कर हमको आज तक यह कोई भी फोन नहीं किया, कि हमारे प्रखंड में कार्यक्रम नहीं किए. जिलाध्यक्ष को भी कहा कि कौन कार्यक्रम में रहते हैं, या नहीं. उसका मुझे पुरा लिस्ट दे दीजिए. यदि कोई भी पार्टी से गद्दारी करते है, तो दूसरा जगह पकड़ लीजिए. आपका भी कर्तव्य बनता है कि एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी को जोड़ें. लेकिन सिर्फ टीका टिप्पणी कर रहे हैं. उसमें सभी लोग ग्रुप से हमको भी जोड़ें. टीका टिप्पणी मुझे बर्दाश्त नहीं. 

हम लोग का एक ही मिशन है कि चिराग पासवान को बिहार में मुखिया के रूप में देखना. आप लोग अपने अपने क्षेत्र में इमानदारी पूर्वक पार्टी मजबूत करें. बोलने के क्रम में ही प्रदेश सचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह को भी सलाह देते हुए कहा कि आप भी पैरर्लर में आइए. हम भी 15 सालों से सभी पार्टी से जुड़े हुए हैं. इसके बाद बोलने के क्रम में हीं कार्यक्रम में बैठे सभी लोगों को इशारा करते हुए कहा कि यदि आप कहीं भी जाइएगा. कहिएगा कि हम चिराग पासवान के साथ हैं, तो लोग कहेंगे कि अच्छा पार्टी के साथ है. यदि औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर अच्छे नहीं है, तो आप लोग भी काम करके दिखाइए. दूसरा जिलाध्यक्ष खड़ा करके दिखाइए. पार्टी में हम लोग को भी रास्ता खोजने में देर नहीं लगेगा. आप ही लोग सोचिए कि जो पूर्व में लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़े. उन्हें भी गलानी नहीं हुई होगी, कि किसी बूथ पर बूथ एजेंट भी नहीं मिले होंगे. 

आज पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है. सदस्यता शुल्क लग रहा है. जहां तक आप लोगों ने जो आज के कार्यक्रम में मुद्दा उठाया कि पार्टी में कार्य करने वाले सभी लोगों को पहचान पत्र अवश्य बनना चाहिए, ताकि रात विरात में भी वापस लौटते वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशासन तंग न करें. इसलिए मैं भी आप लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि आप लोग दो फोटो दीजिएगा. प्रदेश से परिचय पत्र बनकर आएगा. पार्टी में पीछे जो कुछ भी हुआ. उसको आप लोग भूलकर आगे चुनाव लड़े. इसके बाद अंत में संबोधन के दौरान जिलाध्यक्ष को भी चेतावनी देते हुए कहा कि 15 दिन के बजाय हम 20 दिन का समय देते हैं. प्रत्येक प्रखंडों में पूरा कमेटी बनवाईए. नहीं तो आप क्या? हम भूल जाएंगे.

ध्यातव्य हो कि इस कार्यक्रम में ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रह चुके डॉक्टर प्रकाश चंद्रा तथा दलित सेना औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान का भी मुद्दा पुरजोर तरीके से उठा, कि आज इस कार्यक्रम से दोनों अनुपस्थित हैं. तब पार्टी के हीं कुछ लोगों ने ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी, डॉक्टर प्रकाश चंद्रा के संबंध में बाहर से आए पदाधिकारियों को कहा कि वह बाहर गए हुए हैं. इसलिए आज इस कार्यक्रम से अनुपस्थित है. जो हम लोगों को भी जानकारी दी गई है, परंतु दलित सेना जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान के संबंध में पार्टी के हीं लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि वे कभी भी पार्टी के किसी कार्यक्रम में नहीं आते है, जबकि औरंगाबाद शहर में ही नगर थाना के पास अपना मकान है. 

महेंद्र पासवान ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि दलित सेना के रूप में केंद्रीय नेतृत्व कर चुके डॉक्टर सत्यानंद शर्मा जी ने पार्टी संस्थापक, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के साथ रहकर शुरू से ही दलित सेना पार्टी को सिंचने का काम किया है. अनिल कुमार ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान बिहार की हालत बद से बद्तर है. पूरे बिहार में विधि व्यवस्था नाम का कुछ भी नहीं रह गया है. इसलिए बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट नारा को मजबूत करते हुए बिहार के यूवा भी आगे आकर 2025 में नया सरकार बनाएं.

साथ ही प्रदेश सचिव, पूर्व मुखिया, विजय कुमार अकेला ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि हम चार बार प्रदेश कार्यकारिणी के मेंबर रहे हैं. हम भाजपा की पार्टी जिन कारणों से छोड़े हैं. उसकी चर्चा नहीं करेंगे. आप लोग भी जान रहे हैं कि बिहार की धरती प्रत्येक क्षेत्रों में हमेशा अग्रणी रहा है. भगवान बुद्ध ने भी कपिलवस्तु से चलकर बिहार की धरती बोधगया में ही ज्ञान प्राप्त किया. मोहनदास करमचंद गांधी बिहार में चंपारण की धरती से ही रहे. अब तो न्यायालय के न्यायाधीश के यहां भी बिहार में चोरी हुआ. कांग्रेस या जंगलराज का जो उदाहरण पेश किया जाता है, तो बिहार में आज भी क्राईम कहां खत्म हो गया. इसलिए मैंने भी वास्तव में लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) वीजन को देखते हुए ही सोचा कि स्वर्गीय रामविलास पासवान जी का असली उतराधिकारी चिराग पासवान ही हो सकते हैं, क्योंकि इनका नारा ही है.

बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट. माननीय, रामविलास पासवान ही एक ऐसे नेता रहे. जिन पर कोई केस दर्ज नहीं हुआ. चाहे रेल, खाधान, खादय, कोयला मंत्रालय किसी भी विभाग में जिम्मेवारी संभाला. आज आप लोग भी जानते हैं कि खादय का उद्घोषक माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान ही रहे हैं. कोयला मंत्रालय में भी जब उन्हें डाला गया, तो सरकार ने सोचा था कि इन्हें अब कोयला कर देंगे. मगर उसे भी माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी ने सोना कर दिया.

आज किसी भी पार्टी में रहने पर ई0डी0, सी0बी0आई0 और इनकम टैक्स का केस दर्ज करने की धमकी मिलती है. मगर लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी अंतिम समय तक बेदाग ही रहे. जो कम बात नहीं है. इसके अलावे मंगलवार की कार्यक्रम में हम पार्टी को छोड़कर संत शर्मा, जनता दल यूनाइटेड पार्टी छोड़कर विवेक कुमार तथा जनता दल यूनाइटेड पार्टी को छोड़कर विनोद ठाकुर ने भी लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) का ही दामन थाम लिया. साथ ही कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे लोगों ने भी बारी बारी से अपना अपना पक्ष रखा.