आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ रहे लोकसभा सांसद श्री शशि थरूर जी ने प्रेस वर्ता को सम्बोधित करते हुए

आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ रहे लोकसभा सांसद श्री शशि थरूर जी ने प्रेस वर्ता को सम्बोधित करते हुए

आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ रहे लोकसभा सांसद श्री शशि थरूर जी ने प्रेस वर्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसमें राष्ट्रीय पद हेतु लोकतांत्रिक प्रणाली को अपनाकर चुनाव कराया जाता है। शशि थरूर ने पार्टी संगठन में आमूल-चूल आधारभूत परिवर्तन की प्रक्रिया को अपनाये जाने पर जोर देते हुए पीसीसी सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि मरे दस सिद्धान्त आपके समक्ष रखे गये हैं। मेरी सफलता के बाद उस पर निश्चित तौर पर अमल किया जायेगा। जैसे कि सभी स्तरों पर नेतृत्व में नए चेहरों और युवा शक्ति को शामिल करें। पार्टी में व सरकार में पद पर नियुक्तियों और राजनैतिक सशक्तिकरण के माध्यम से लंबे समय से पार्टी में काम कर रहे कार्यकर्ताओं के प्रयासों और बलिदानों का सम्मान करें। उन्होंने संगठन कार्य का विकेंद्रीकरण की बात कही।

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों को वास्तविक अधिकार देकर राज्यों में पार्टी को सशक्त बनाना और जमीनी स्तर पर कांग्रेस संगठन को सशक्त बनाना उनकी प्राथमिकता होगी। भाजपा के सत्ता के केंद्रीकरण से अलग एक विश्वसनीय राजनैतिक विकल्प पेश करें। राज्यों का मजबूत प्रांतीय नेतृत्व तैयार करें, जैसा कि पिछले दशकों में रहा है, जिसने कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनैतिक अपील को मजबूत किया जा सके।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शशि थरूर संसदीय बोर्ड और सलाहकार तंत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पुनर्जीवित और सुदृढ़ करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह धारणा है कि संगठन में निर्णय प्रक्रिया कुछ सीमित व्यक्तियों के बीच केंद्रित है। इस अवधारणा को दूर किया जाए और 25 सदस्यीय कांग्रेस कार्यसमिति में पार्टी संविधान के अनुसार 12 सीटों के लिए चुनाव हो। सरकार को प्रशासनिक और नियमित नीतिगत विषयों पर चर्चाओं में, आमजन के बीच चुनौती देने के लिए तथा दैनिक व सामायिक विषयों पर पार्टी स्टैंड को स्पष्ट और निश्चित करने के लिए ‘‘छाया कैबिनेट’’ का गठन हो। 2022 की उदयपुर घोषणा को लागू करें एक व्यक्ति 1 पदों के लिए अवधि सीमा सामान्यतः 2 साल, हर स्तर के चुनावों में 50 प्रतिशत 50 वर्ष से कम आयु वालों के लिए, और महिलाओं, युवाओं, अनुसूचित जाति/पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों के लिए संगठन व चुनावों में प्रतिनिधित्व में वृद्धि हो।