दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहा है 150 KM लंबा बाईपास | अब नहीं रहेगा जाम

समूचे देश में नेशनल हाईवे को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इसी क्रम में अब सहारनपुर दिल्ली हाईवे को रेड लाइट फ्री बनाया जा रहा है।

दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहा है 150 KM लंबा बाईपास | अब नहीं रहेगा जाम

देश के विभिन्न हिस्सों में नेशनल हाईवे को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इसी क्रम में अब सहारनपुर दिल्ली हाईवे को रेड लाइट फ्री बनाया जा रहा है। बताया गया है कि इससे जहां दिल्ली से देहरादून का सफर पहले से ज्यादा सुगम और सुलभ हो जाएगा वहीं इस हाईवे से लोग बिना रुके दिल्ली से सहारनपुर और देहरादून तक पहुंच सकेंगे। इसके लिए एनएचएआई ने हाईवे पर अक्षरधाम मंदिर के पास एनएच - नौ से लोनी तक चार स्थानों पर अंडरपास बनाने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास रेल लाइन के ऊपर बने ब्रिज के समानांतर दो लेन का दूसरा ब्रिज भी बनाया जाना है, जिसका काम भी एनएचएआई ने शुरू कर दिया है।

चार हिस्सों में चल रहे इस हाइवे के अंतर्गत जहां बागपत से सहारनपुर तक का काम दो हिस्सों में और अक्षरधाम से ईपीई खेकड़ा तक का काम दो हिस्सों में किया जा रहा है। इस संबंध में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार का कहना है कि हाइवे पर सबसे बड़े अवरोधक लाल बत्ती को हटाएं जाने की योजना भी प्रस्तावित है। जिसके लिए दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की परियोजना के तहत अंडरपास बनाया जाएगा। जिसके बाद लोग बिना रुके इसके ऊपर से निकल जाएंगे। हाईवे पर लोगों की सुरक्षा के लिए ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) लगाया जाएगा, जिससे हाइवे पर दौड़ने वाले सभी वाहन हर समय कैमरे की नजरों में रहेंगे।

दिल्ली को कई बड़े शहरों से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए कई हाइवे और सड़क मार्गों का निर्माण किया जा रहा है। अक्षरधाम मंदिर के पास एनएच 9 से यूपी बॉर्डर तक दिल्ली सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी के पहले चरण के निर्माण कार्य के लिए मंजूरी मिल चुकी है और अब मिट्टी जांचने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वहीं अब धीरे धीरे ये काम भी रफ्तार पकड़ने लगेगा।

कहा जा रहा है कि इस ब्रिज के बन जाने के बाद सहारनपुर और देहारादून जाना भी आसान हो जाएगा। जानकारी के अनुसार इस रोड के बन जाने से खजूरी रोड और वजीराबाद रोड के जाम से भी यात्रियों को छुटकारा मिलने वाला है। पहले के अलावा बाकी तीन चरणों का काम पहले से ही शुरू हो चुका है।

दरअसल पहले चरण का काम भी काफी पहले ही शुरू हो जाना था लेकिन कई अड़चनों के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा था लेकिन अब जल्द ही इस काम को भी शुरू कर दिया जाएगा। 1100 करोड़ की लागत से ही इस मार्ग को तैयार किया जाने वाला है। इसके लिए 5 हज़ार पेड़ काटे जाने वाले हैं जिसके लिए फॉरेस्ट क्लीयरेन्स भी मिल चुका है।

इनपुट: Dailyhunt