सेटलमेंट के जुगाड में लगे हुए हैं रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक व वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष: प्रमोद कुमार सिंह

प्रमोद कुमार सिंह ने पूर्व विधायक से सवाल किया है, कि जब रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक थे. तब ये दोनो मुद्दे आपके जेहन से गौण क्यों हो गए थे. क्या उस वक्त पहाड़ और सीमेंट कंपनी से कोई करार था.

सेटलमेंट के जुगाड में लगे हुए हैं रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक व वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष: प्रमोद कुमार सिंह
JDU MLA of Rafiganj Assembly Constituency

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी, वर्तमान लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, समाजसेवी व वरीय नेता, प्रमोद कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष पर जुबानी हमला भी किया है.

ज्ञात हो कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी व वर्तमान लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने जुबानी हमला करते हुए अपने बयान में कहा है कि रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जनता दल यूनाइटेड विधायक एवं वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव हारने के बाद बेरोजगार हो गए हैं, और अपने सेटलमेंट के लिए श्री सीमेंट तथा रफीगंज के पचार पहाड़ का मुद्दा उठा रहे है.

इसके बाद लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने पूर्व विधायक से सवाल किया है, कि जब रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक थे. तब ये दोनो मुद्दे आपके जेहन से गौण क्यों हो गए थे. क्या उस वक्त पहाड़ और सीमेंट कंपनी से कोई करार था. जो जुबान इन दोनो के खिलाफ नहीं खुल रहे थे. लेकिन चुनाव हारने के बाद जब सेटलमेंट नही हुआ, तो पचार पहाड़ से प्रदूषण और श्री सीमेंट से जल दोहन की समस्या दिखने लगी. उस वक्त तो भी आपकी ही सरकार थी, और सरकार के द्वारा ही शहर में श्री सीमेंट के प्लांट स्थापित किए गए थे. और रफीगंज पचार पहाड़ को भी लीज मिला था.

लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने कहा है कि श्री सीमेंट प्लांट एवं पचार पहाड़ से हजारों लोगों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है, और हजारों परिवार का गुजारा भी हो रहा है. लेकिन अपने स्वार्थ के लिए ही रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक लोगों की रोजी - रोटी छीनने का प्रयास कर रहे है.सरकार उनकी है. तो उन्हे लोगो के रोजगार के बारे में भी सोचना चाहिए. मगर वे घर उजडुआ बनकर सामने आए है.